Monday 19 December 2011

यादें


  वक़्त के साहिल से
  विचारों  के जाल
   अतीत में फेंक कर ,
 निकाल लेता हूँ
  कुछ डूबती  हुई
 यादें .....

  फिर ....

उन्हें जोड़कर ,
सिलसिलेवार....
और दोहराकर,
बना लेता हूँ मजबूत ,
यादों की हिलती बुनियाद

    और फिर ...


छोड़ देता हूँ विचारों को पुन:
अतीत के गहरे गर्त में
ताकि
ला सकें अपने साथ
किसी भूले बिसरे पल को .
सुनी हैं आज फिर
तल से आती फरियादें ...

"विक्रम"
                             
                                                                           : - :




20 comments:

  1. ताकि ,
    ला सकें अपने साथ ,
    किसी भूले बिसरे पल को .

    कभी कभी यादें ही जीवन का सहारा बनती हैं ....
    हार्दिक शुभकामनायें आपको !

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  2. वो साथ नही अब मेरे संग है तो बस भूली यादें
    कुछ लम्हे, कुछ यादें, तेरी सूरत और अधूरे वादे !
    बहुत सुंदर कविता है ! जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामना,,,,,,

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  3. बहुत सुंदर,जी

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  4. यादें कहाँ भूलती हैं, आती हैं बस जा जाकर... सुन्दर
    जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...

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  5. क्षमा कीजिएगा यदि आपको मेरे विचार पसंद न आयें..कमेंट में लिखा है अपने विचार लिखें सो लिख रहा हूँ....मेरे विचार से यह कविता होती तो ऐसे होती..

    वक़्त के साहिल से
    विचारों के जाल
    अतीत में फेंक कर
    निकाल लेता हूँ
    कुछ डूबती हुई
    यादें .....

    फिर ....
    उन्हें जोड़कर ,
    सिलसिलेवार....
    बना लेता हूँ
    हिलती हुई बुनियादें ....

    और फिर ...पुन:
    छोड़ देता हूँ विचारों को
    अतीत के गहरे गर्त में
    ताकि
    ला सकें अपने साथ
    किसी भूले बिसरे पल को
    सुनी हैं आज फिर
    तल से आती फरियादें ...

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  6. और फिर ...पुन:
    छोड़ देता हूँ विचारों को
    अतीत के गहरे गर्त में
    ताकि
    ला सकें अपने साथ
    किसी भूले बिसरे पल को...bahut sundar bhaav.bahut achchi panktiyan.

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  7. बहुत सुन्दर !

    manojbijnori12.blogspot.com

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  8. देवेन्द्र पाण्डेय जी , आपके कहे अनुसार यथा संभव परिवर्तन कर दिया है , किसी रचना की तारीफ से ज़्यादा उसकी विवेचना अहम होती है .बहुत बहुत शुक्रिया

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  9. बहुत सुंदर अहसास...सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति..

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  10. सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति.
    बहुत अच्छी लगा पढकर.

    मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.

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  11. बहुत बहुत आभार ...

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  12. गहन भावों की सुन्दर अभिव्यक्ति

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  13. बहुत ही सुंदर भावों का प्रस्फुटन देखने को मिला है । मेरे नए पोस्ट उपेंद्र नाथ अश्क पर आपकी सादर उपस्थिति की जरूरत है । धन्यवाद ।

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  14. बहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...

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  15. कविता का तो जवाब नहीं, तस्वीर भी कमाल की लगाई है आपने...
    मेरे लिए तो हर पल , हर दिन नया है . हिन्दू नव वर्ष(२३ मार्च २०१२ ) की अग्रिम बधाइयाँ..आपको !
    .

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  16. अनुपम लेखन के लिए आपको बधाई.
    नववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.

    समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.

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  17. bahut sundar vicharo avam gahan bhavo se likhi sundar
    rachana hai...

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  18. man ke bhavon ka sundar chitran....

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