विचारों के जाल
अतीत में फेंक कर ,
निकाल लेता हूँ
कुछ डूबती हुई
यादें .....
फिर ....
उन्हें जोड़कर ,
सिलसिलेवार....
और दोहराकर,
बना लेता हूँ मजबूत ,
यादों की हिलती बुनियाद
और फिर ...
छोड़ देता हूँ विचारों को पुन:
अतीत के गहरे गर्त में
ताकि
ला सकें अपने साथ
किसी भूले बिसरे पल को .
सुनी हैं आज फिर
तल से आती फरियादें ...
"विक्रम"
: - :
ताकि ,
ReplyDeleteला सकें अपने साथ ,
किसी भूले बिसरे पल को .
कभी कभी यादें ही जीवन का सहारा बनती हैं ....
हार्दिक शुभकामनायें आपको !
सुंदर बिम्ब ...
ReplyDeleteवो साथ नही अब मेरे संग है तो बस भूली यादें
ReplyDeleteकुछ लम्हे, कुछ यादें, तेरी सूरत और अधूरे वादे !
बहुत सुंदर कविता है ! जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामना,,,,,,
बहुत सुंदर,जी
ReplyDeleteयादें कहाँ भूलती हैं, आती हैं बस जा जाकर... सुन्दर
ReplyDeleteजन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...
क्षमा कीजिएगा यदि आपको मेरे विचार पसंद न आयें..कमेंट में लिखा है अपने विचार लिखें सो लिख रहा हूँ....मेरे विचार से यह कविता होती तो ऐसे होती..
ReplyDeleteवक़्त के साहिल से
विचारों के जाल
अतीत में फेंक कर
निकाल लेता हूँ
कुछ डूबती हुई
यादें .....
फिर ....
उन्हें जोड़कर ,
सिलसिलेवार....
बना लेता हूँ
हिलती हुई बुनियादें ....
और फिर ...पुन:
छोड़ देता हूँ विचारों को
अतीत के गहरे गर्त में
ताकि
ला सकें अपने साथ
किसी भूले बिसरे पल को
सुनी हैं आज फिर
तल से आती फरियादें ...
Rajput ji,
ReplyDeletebahut hi achchhi rachna, badhai,
और फिर ...पुन:
ReplyDeleteछोड़ देता हूँ विचारों को
अतीत के गहरे गर्त में
ताकि
ला सकें अपने साथ
किसी भूले बिसरे पल को...bahut sundar bhaav.bahut achchi panktiyan.
बहुत सुन्दर !
ReplyDeletemanojbijnori12.blogspot.com
देवेन्द्र पाण्डेय जी , आपके कहे अनुसार यथा संभव परिवर्तन कर दिया है , किसी रचना की तारीफ से ज़्यादा उसकी विवेचना अहम होती है .बहुत बहुत शुक्रिया
ReplyDeleteबहुत सुंदर अहसास...सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति..
ReplyDeleteसुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति.
ReplyDeleteबहुत अच्छी लगा पढकर.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
बहुत बहुत आभार ...
ReplyDeleteगहन भावों की सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर भावों का प्रस्फुटन देखने को मिला है । मेरे नए पोस्ट उपेंद्र नाथ अश्क पर आपकी सादर उपस्थिति की जरूरत है । धन्यवाद ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteकविता का तो जवाब नहीं, तस्वीर भी कमाल की लगाई है आपने...
ReplyDeleteमेरे लिए तो हर पल , हर दिन नया है . हिन्दू नव वर्ष(२३ मार्च २०१२ ) की अग्रिम बधाइयाँ..आपको !
.
अनुपम लेखन के लिए आपको बधाई.
ReplyDeleteनववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
bahut sundar vicharo avam gahan bhavo se likhi sundar
ReplyDeleterachana hai...
man ke bhavon ka sundar chitran....
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